अगली सांस
अगली सांस तेरी अंतिम हैतू राख हो जाना है जीवन का पल-पल कीमती हैचिन्ता कर नहीं गंवाना हैजो होना है वो होकर रहेगातुझे नहीं घबराना हैखुषी-खुषी ये जी ले जिंदगीदोबारा यहां नहीं आना हैसन्दीप कम्बोजक्लर्क, रा.क.मा.वि. लाहली (रतिया, फतेहाबाद)मो. 8570008572
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